लेखपाल कैसे बने? योग्यता, सैलरी, कार्य एवं एग्जाम पैटर्न

उत्तर प्रदेश लेखपाल परीक्षा लगभग हर साल आयोजित की जाती है | यह पद प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार को UPSSC द्वारा आयोजित राजस्व लेखपाल की परीक्षा को उत्तीर्ण करना पड़ता है इच्छुक विद्यार्थी इस पद को प्राप्त कर एक प्रतिष्ठित सरकारी सेवा का अवसर पा सकते है| लेखपाल बनने के क्याक्या योग्यताएं होनी चाहिए, लेखपाल बनने के बाद वेतन क्या होंगी, लेखपाल की लिए कौन सी परीक्षा पास करना होगा, इसके कार्य एवं जिम्मेदारी आदि कई प्रश्नो के उत्तर, जैसे की लेखपाल कैसे बने?  हम आपके लिए इस लेख के माध्यम से उपलब्ध कराएंगे | नीचे दिए गए सूची में आपके सारे सवालों के जवाब लिखित है |

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Table of Contents

लेखपाल क्या होते हैं ?

  • लेखपाल पद पर कार्यरत व्यक्ति भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में एक सरकारी अधिकारी होता है |
  • यह एक प्रशासनिक पद है जो जनता के भूमि और राजस्व पुस्तकालयों के रखरखाव को संभालता और भूमि के रिकार्ड संबंधित जानकारी को उपलब्ध और संसोधन कराता है। इनका मुख्य कार्य है भूमि के भूखंडों का निरीक्षण करना, भूमि का मापन करना, भू-अधिग्रहित ग्रहों से संबंधित कार्य करना, और सरकारी राजस्व भूखंडों का मापन करना। वे स्थानीय संरचनात्मक संरचनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और ग्रामीण अधिकारियों को समर्थन प्रदान करते हैं।

लेखपाल बनने के लिए योग्यताएं

  • शैक्षिक योग्यता: लेखपाल बनने के लिए अभ्यर्थी को मान्यता प्राप्त विद्यालय से किसी भी विषय से 12वीं पास होना चाहिए I
  • PET उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC)  द्वारा आयोजित प्रारंभिक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। लेखपाल की वैकेंसी आने के बाद, इसके पहले के PET का स्कोर कार्ड अनिवार्य होता है
  • उम्र सीमा: लेखपाल पद पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए, जिसमें राज्य के अभ्यर्थी को आरक्षित श्रेणी के अनुसार उम्र में 2 से 5 साल अतिरिक्त की छुट मिलती है|
  • लेखपाल भर्ती आवेदन के लिए उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए |

लेखपाल बनने के लिए कौन सी परीक्षा देनी पड़ती है?

  • लेखपाल भर्ती परीक्षा UPSSSC ( Uttar Pradesh sub Ordinance Service Selection Commission ) के द्वारा उत्तर प्रदेश राजस्व लेखपाल भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती है| अभ्यर्थी इस परीक्षा को पास करके लेखपाल पद प्राप्त करते है |
  • लेखपाल भर्ती परीक्षा में आवेदन के लिए आपके पास पहले से UPSSC PET का स्कोर कार्ड  होनी चाहिए |

NOTE:  UPSSSC PET (Uttar Pradesh Subordinate Services Selection Commission Preliminary Eligibility Test) उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रारंभिक पात्रता परीक्षा है। यह परीक्षा विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए एक प्रवेश परीक्षा के रूप में आयोजित की जाती है। UPSSSC PET की मुख्य उद्देश्य अभ्यर्थियों को एक सामान्य अध्ययन और परीक्षा का प्रारंभिक विश्लेषण करने का अवसर प्रदान करना है, जिससे वे अन्य विशेष परीक्षाओं के लिए अर्ह हो सकें।

लेखपाल के लिए एग्जाम पैटर्न एवं सिलेबस?

लेखपाल की परीक्षा के लिए भर्ती UPSSSC उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज विभाग में राज्यसेवा लेखपाल की भर्ती के अंतर्गत आती है। यह परीक्षा राज्य स्तरीय होती है लेखपाल के एग्जाम पैटर्न व सिलेबस की जानकारी के लिए UPSSSC के आधिकारिक वैबसाइट पर अवश्य जांच करें |

एग्जाम पैटर्न (exam pattern) :

    • लेखपाल परीक्षा एक परीक्षा होती जिसमें मुख्य चार विषय सम्मिलित होते हैं|
    • जिसमें सामान्य अध्ययन( General knowledge), सामान्य हिंदी, गणित (Math) एवं ग्रामीण विकास एवं ग्रामीण समाज ( rural society and development) जैसे विषय शामिल है|
    • प्रत्येक चारों विषय के 2525 अंक प्राप्त होते हैं| यह परीक्षा पूरे 100 अंक के होते हैं, जिसमें 1/4 अंक नेगेटिव मार्क होते हैं|
    • समय सीमा 2 घंटे (120 मिनट) होते हैं|

 पाठ्यक्रम (syllabus):

    • सामान्य अध्ययन: भारतीय इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, विज्ञान, समसायिक आदि।
    • सामान्य हिंदी: निबंध, व्याकरण, अनेकार्थी शब्द, मुहावरे और लोकोक्तियाँ।
    • गणित: साधारण गणित जैसे विषय।
    • ग्रामीण विकास एवं ग्रामीण समाज: राजस्व संबंधी विषय: भारतीय राजस्व व्यवस्था, कर नियम, संविदा, आदि के प्रश्न शामिल किये जाते है ।

इनके अलावा अधिक जानकारी और नवीनतम अपडेट्स के लिए आप अधिकारिक वेबसाइट www.upsssc.gov.in पर जा सकते हैं।

लेखपाल के कार्य एवं जिम्मेदारियां

लेखपाल क्या काम करते हैं?

लेखपाल भारतीय गाँवों में ग्राम स्तर पर काम करने वाले अधिकारियों में से एक होते हैं। उनका मुख्य कार्य गाँव के राजस्व और भूमि संबंधी रिकॉर्ड्स को संभालना होता है। इनकी जिम्मेदारी में भूमि का विवरण, भू-अभिलेख, भू-स्थिति, खाता बही, वसूली के लिए नोटिस जारी करना आदि आता है। वे गाँव के विकास में भी मदद करते हैं और सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन और निवेश की स्थिति की जांच करते हैं। 

लेखपाल के प्रमुख कार्य और जिम्मेदारियां निम्नलिखित हैं:  

  • भूमि रिकॉर्ड्स की संभालना: लेखपाल का मुख्य कार्य गाँव में भूमि संबंधी रिकॉर्ड्स को संभालना और उनका अपडेट करना होता है। इसमें भूमि के दाखिले, मुआवजे, खतौनी आदि शामिल होते हैं।
  • भूमि का मापदंड और नक्शा: उन्हें गाँव के भूमि के मापदंड और नक्शे को बनाने और संभालने की भी जिम्मेदारी होती है। किसानो के खेत सम्बंधित समस्यायों को सुलझाना | छोटे-छोटे खेतों को व जमीनों की एक समुचित रूप से मिलाना |
  • खाता बही की देखभाल: लेखपाल को गाँव की खाता बही की देखभाल और उसमें संशोधन करने की भी जिम्मेदारी होती है।
  • वसूली का कार्य: वे गाँव के लोगों से भूमि और टैक्स संबंधित वसूली का कार्य भी करते हैं।
  • सरकारी योजनाओं की जानकारी और अनुपालन: लेखपाल को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना और उनका अनुपालन करना भी उनकी जिम्मेदारी में आता है
  • गाँव के विकास में सहायक: वे गाँव के विकास में सहायक भूमिका निभाते हैं और समुदाय की समस्याओं का समाधान करने में मदद करते हैं।
  • आधार कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेज़: वे आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेज़ के लिए आवेदन प्रस्तुत करने और उनकी स्थिति की जांच करने में भी सहायक होते हैं।

इन कार्यों के माध्यम से, लेखपाल गाँव की अर्थव्यवस्था और समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं और सरकारी योजनाओं को गाँवी स्तर पर पहुँचाने में मदद करते हैं।

लेखपाल की सैलरी कितनी होती है?

  • लेखपालों की सैलरी भारतीय राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है और यह विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में भिन्न हो सकती है। आमतौर पर, लेखपालों की सैलरी बेसिक पेमेंट के साथ हाउस रेंट अलाउंस, डियर एलाउंस, ट्रांसपोर्ट एलाउंस, मेडिकल एलाउंस आदि समेत अन्य भत्तों के साथ होती है। यह आमतौर पर राज्य सरकारों द्वारा स्थापित नियमों और मानकों के अनुसार निर्धारित की जाती है। 
  • सैलरी में विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में भिन्नता हो सकता है, आमतौर पर लेखपालों की सैलरी 7वें केंद्रीय वेतन आयोग के अनुसार करीब रुपये 15,000 से ₹60,000 प्रति माह के बीच होती है, लेकिन यह बदल सकती है । और इसमें अनुभव और क्षेत्र की स्थिति भी प्रभाव डालती है।

लेखपाल बनने की आयु सीमा

लेखपाल पद पर के आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की उम्र 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए| 

लेखपाल बनने के फायदे

 लेखपाल बनने के कई फायदे हो सकते हैं, जैसे:

  • सरकारी नौकरी: लेखपाल बनने से एक सरकारी नौकरी मिलती है, जो स्थायी और सुरक्षित होती है।
  • समाज सेवा: यह नौकरी समाज सेवा का एक अच्छा माध्यम होती है, क्योंकि आप लोगों की विभिन्न सेवाओं को सुनिश्चित करते हैं।
  • आत्मनिर्भरता: लेखपाल बनने से आपकी आत्मनिर्भरता बढ़ती है, क्योंकि यह आपको आर्थिक रूप से स्थिरता प्रदान करती है।
  • सम्मान: सरकारी पद पर होने के कारण, लोग आपका सम्मान करते हैं और आपकी बात मानते हैं।
  • कर्मचारी लाभ: लेखपाल बनने पर आपको सरकार के कई कर्मचारी लाभ भी प्राप्त होते हैं, जो आपके और आपके परिवार के लिए फायदेमंद होते हैं।

12वीं के बाद लेखपाल कैसे बने?

लेखपाल बनने के लिए आपको निम्नलिखित कदमों का पालन करना होगा:

  • शैक्षणिक योग्यता: लेखपाल बनने के लिए आपको 12वीं कक्षा पास होना जरूरी होता है। कुछ राज्यों में इसके लिए विशेष शैक्षणिक योग्यता भी मांगी जा सकती है।
  • लेखपाल पद पर आवेदन के लिए उम्मीदवार upsssc PET परीक्षा पास हो |
  • योग्यता और आयु सीमा: आपकी आयु और योग्यता के अनुसार आप लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर आवश्यक योग्यता अवश्य देखें, और आयु सीमा 18 से 40 साल होनी चाहिए |
  • परीक्षा और चयन: लेखपाल के पद के लिए सामान्यतः एक चयन प्रक्रिया होती है जिसमें लिखित परीक्षा और साक्षात्कार शामिल हो सकते हैं। इसके लिए आपको संबंधित राज्य के लोक सेवा आयोग या संबंधित नियंत्रण संगठन की वेबसाइट पर नवीनतम सूचना देखनी चाहिए।
  • आवेदन: परीक्षा की तिथियों और योग्यताओं को ध्यान में रखते हुए आपको आवेदन करना होगा। यह सामान्यतः ऑनलाइन रहता है।
  • तैयारी: परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी के लिए समय और मेहनत देनी होगी। लेखपाल के पद के लिए सामान्य ज्ञान, कंप्यूटर का ज्ञान, गणित और हिंदी भाषा में अच्छी क्षमता होनी चाहिए।
  • चयनित होने के बाद: आपको चयनित होने के बाद प्रशिक्षण दिया जा सकता है और फिर आपको किसी निर्दिष्ट क्षेत्र में तैनात किया जा सकता है।

लेखपाल बनने के लिए यह सभी महत्वपूर्ण कदम हैं। आपको अपने राज्य या क्षेत्र के अनुसार विशेषताएँ और योग्यता की जांच करनी चाहिए।

FAQs

  • लेखपाल बनने के लिए क्या करें ?

लेखपाल बनने के लिए पहले आप 12वी पास करें, ग्रेजुएशन की डिग्री लें,  UPSSSC PET परीक्षा पास करें इसके बाद आप लेखपाल भर्ती परीक्षा पास करके लेखपाल पद प्राप्त करें |

  • लेखपाल के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?

लेखपाल बनने की परीक्षा के लिए केवल वही उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं, जिनके पास स्नातक या ग्रेजुएशन की डिग्री हो। १२ के बाद लेखपाल नहीं बना जा सकता है, लेखपाल नाममे के लिए आपको ग्रेजुएशन किसी भी विषय से पूर्ण करना ही होगा उसके बाद ही आप लेखपाल के पद के लिए योग्य माने जाओगे |

  • लेखपाल की सैलरी  कितनी होती है?

आमतौर पर, लेखपालों की आय स्केल और भत्ते के अनुसार तय की जाती है। सातवे केंद्रीय वेतन के अनुसार लेखपाल की प्रारम्भिक वेतन रूपये 54000 के ग्रेड पे के साथ 15,000 से 60,000 तक होती हैI

  • PET के कितने स्कोर होने चाहिए?

अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं आयी है pet के स्कोर को लेकर लेकिन 0+ स्कोर होने चाहिए| पर ऐसा मानना है की जितने अच्छे PET के स्कोर होंगे इसके अनुसार आपको परीक्षा के सिलेक्शन में वरीयता प्रदान की जाएगी |

  • उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती परीक्षा 2024 कब कब आयोजित होगी?

यू पी लेखपाल भर्ती परीक्षा 2024 जल्द ही आयोजित की जाएगी | ज्यादा जानकारी के लिए आप इसके आधिकारिक वैबसाइट upsssc.gov.in पर जाकर चेक करना होगा |

  • लेखपाल के लिए कितने पेपर देने पड़ते है?

लेखपाल भर्ती परीक्षा के किये केवल एक लिखित परीक्षा देना पड़ता है, जो की पूर्णांक 100 अंक के होते है| समय सीमा 2 घंटे की होती है जिसमें ¼ की नेगेटिव मार्किंग होती है |

  • लेखपाल परीक्षा में कितने विषय से प्रश्न आते है?

लेखपाल परीक्षा में चार विषयो से प्रश्न आते आते है
1. सामान्य हिंदी
2. गणित
3. सामान्य अध्ययन
4. ग्रामीण विकास एवं ग्रामीण समाज विषय शामिल किये गए है |

प्रत्येक विषय में से 25 प्रश्न आते है |



 

Author

  • Preeti S

    Preeti is a graduate who works with students and helps them guide with their career after their primary and secondary education. She writes on www.smartstudentlife.com on various topics related to education, jobs, career and government schemes.

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