ASO कैसे बने? ASO Full Form, योग्यताएँ, एग्जाम पैटर्न, सैलरी

आज हम आपके लिए इस लेख में ASO पद को प्राप्त करने के सभी पहलुओं को लेके जानकारी प्राप्त करेंगे| ASO के रूप में कार्य करके सरकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने में यह समाज के विकास में योगदान देने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।

ASO पद  सरकारी नौकरी के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण पद हैं और इस पद को भारत सरकार द्वारा कराए जाने वाली परीक्षा को पास करके विदेश मंत्रालय के विभाग में आप सेवा का अवसर पा सकते हैं| इसके लिए आज हम इस लेख के माध्यम से ASO से संबंधित सभी जानकारी ASO ka full form, ASO की सैलरी इत्यादि को एकत्रित करने का प्रयास किए हैं जिससे आप आसान भाषा में समझ सकते हैं, और उपर्युक्त सूची के माध्यम से आप के सारे सवालों का जवाब का नीचे विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया गया है |

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ASO Full Form / ASO क्या होते है?

ASO का फुल फॉर्म अस्सिटेंट सेक्शन ऑफिसर (Assistant Section Officer/अस्सिटेंट सेक्शन ऑफिसर) होता है |

सहायक अनुभाग अधिकारी / ASO, ये भारतीय सरकार के विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में एक पद होता है। ASO का मुख्य कार्य विभाग के सहायक अधिकारी के रूप में काम करना होता है, जिसमें सामान्य प्रशासनिक कार्य, फ़ाइल का प्रबंधन, सूचनाएँ और रिपोर्ट तैयार करना, और अन्य संबंधित कार्य शामिल होते हैं। ये पद संघ, राज्य और केंद्रीय सरकारों में होते हैं और इन पदों की भर्ती विभिन्न स्तरों पर विभिन्न परीक्षाओं के माध्यम से की जाती है।

ASO बनने के लिए योग्यता

ASO (Assistant Section Officer) बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताएँ आवश्यक होती हैं:

    • शैक्षिक योग्यता: आमतौर पर आपको एक संगणक विज्ञान(computer science), गणित, वाणिज्य, अर्थशास्त्र या सामाजिक विज्ञान में स्नातक( B./B.Sc./B.Com) की डिग्री की आवश्यकता होती है।
    • आयु सीमा: आपकी आयु सीमा विभिन्न राज्यों और प्राधिकरणों द्वारा निर्धारित की जाती है। आमतौर पर यह 21 से 30 वर्ष के बीच होती है| केटेगरी के अनुसार छूट भी मिलती है जिससे 21 से 38वर्ष तक हो सकती है |
    • राज्यीय स्तर की परीक्षा: ASO के पद के लिए राज्य सरकारों द्वारा लिखित परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इन परीक्षाओं में आवेदन करने के लिए आवश्यक योग्यताओं के अनुसार पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा।
    • अन्य योग्यताएँ: व्यक्तिगतता, कौशल, और अन्य संबंधित योग्यताएँ भी आवश्यक हो सकती हैं जो परीक्षा lऔर चयन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण होती हैं।

इसलिए, एएसओ बनने के लिए आपको उपर्युक्त योग्यताओं को पूरा करना होगा और संबंधित प्राधिकरणों की वेबसाइट या अधिसूचनाओं को नियमित रूप से चेक करते रहना होगा।

ASO बनने के लिये कौन सा एग्जाम देना होता है?

ASO (Assistant Section Officer) के भर्ती के लिए आपको SSC CGL (Staff Selection Commission – Combined Graduate Level) का एग्जाम देना पड़ता है। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद, आपको अन्य चरणों के लिए भी योग्यता होनी चाहिए, जैसे कि दस्तावेज़ी परीक्षा और कौशल/दक्षता परीक्षण। इन सभी चरणों को पास करने के बाद, आप ASO के पद के लिए चयनित हो सकते हैं।

ASO के लिए SSC CGL का एग्जाम पैटर्न

SSC CGL (Staff Selection Commission – Combined Graduate Level) के एग्जाम का पैटर्न चार टियर्स में विभाजित होता है:

Tier-I: परीक्षा (Computer Based Examination):

    • परीक्षा की भाषा हिंदी और अंग्रेजी दोनों में होती है।
    • प्रश्नों की संख्या: 100
    • प्रश्न प्रकार: मल्टीपल च्वोइस (MCQs)
    • मार्क्स: प्रत्येक सही उत्तर के लिए +2 अंक, हर गलत उत्तर के लिए – 0.50 अंक काटे जाते हैं।
    • कुल समय: 60 मिनट

Tier-II: परीक्षा (Computer Based Examination)

    • प्रश्नों की संख्या: 4 पेपर्स (प्रत्येक पेपर 200-200 प्रश्न)
    • प्रश्न प्रकार: MCQs
    • मार्क्स: प्रत्येक सही उत्तर के लिए +2 अंक, हर गलत उत्तर के लिए -0.25 अंक काटे जाते हैं।
    • कुल समय: 120 मिनट प्रत्येक पेपर के लिए

Tier-III: दस्तावेज़ी परीक्षा (Descriptive Paper)

    • प्रश्न प्रकार: निबंध/पत्र लेखन
    • मार्क्स: 100
    • कुल समय: 60 मिनट

Tier-IV: कौशल परीक्षण (Skill Test)/ परीक्षण (Typing Test):

    • Tier-IV केवल वे उम्मीदवार दे सकते हैं जिन्होंने Tier-II के सभी पेपर्स पास किए हों।
    • कौशल परीक्षण: डेटा एंट्री/कंप्यूटर प्रौद्योगिकी
    • दक्षता परीक्षण: हिंदी/अंग्रेजी टाइपिंग
    • यह पैटर्न SSC CGL के अन्य पदों के लिए भी लागू होता है, जिसमें ASO (Assistant Section Officer) भी शामिल हैं। ASO के लिए उम्मीदवारों को Tier-I, Tier-II और Tier-III पास करना होता है, और यदि आवश्यक हो, Tier-IV दक्षता परीक्षण भी देना पड़ सकता है।

ASO के परीक्षा कितने चरण में होता हैं ?

ASO के लिए एग्जाम पैटर्न आमतौर पर चार चरणों में होता है: प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा। कम्प्यूटर एप्लीकेशन और मौखिक परीक्षा ।

1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam):

    • यह परीक्षा ऑनलाइन होती है और इसमें सामान्य अध्ययन, सामान्य ज्ञान, संख्यात्मक योग्यता और विविध अन्य विषयों पर प्रश्न होते हैं।
    • सामान्यतः यह एक संख्यात्मक परीक्षा होती है, जिसमें उम्मीदवारों को निर्दिष्ट समय में अधिकतम संख्या में प्रश्नों का समाधान करना होता है।
    • उन उम्मीदवारों के लिए जो प्रारंभिक परीक्षा में सफलता प्राप्त करते हैं, मुख्य परीक्षा आयोजित की जाती है।l
    • इसमें सामान्य अध्ययन, सामान्य हिंदी, सामान्य अंग्रेजी, संविदान, गणित और विशेष विषयों पर प्रश्न हो सकते हैं।
    • विशेष विषयों में समाविष्ट हो सकते हैं: सामान्य अध्ययन, सामान्य हिंदी, सामान्य अंग्रेजी, संविदान, गणित इत्यादि

2. मुख्य परीक्षा (Main Exam)

इसलिए, ASO के लिए तैयारी करते समय प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के पैटर्न को ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है।

3. कंप्यूटर अप्लीकेशन टेस्ट (Computer application test )

4. मौखिक परीक्षा ( viva voce )

ASO पद कैसे प्राप्त करें ?

ASO (Assistant Section Officer) पद पाने के लिए निम्नलिखित कदम अनुसरण किए जा सकते हैं:

  • परीक्षा की तैयारी: ASO पद के लिए सबसे पहले आपको उस परीक्षा की तैयारी करनी होगी जिसके लिए यह पद निकला हो। यह तैयारी अच्छी अध्ययन सामग्री, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों की अध्ययन और मॉक टेस्ट्स के माध्यम से की जा सकती है।
  • आवेदन पत्र भरें: जब ASO की भर्ती की अधिसूचना जारी होती है, तो आपको ऑनलाइन या ऑफ़लाइन आवेदन पत्र भरना होगा। इसमें आपको अपनी योग्यता, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), आदि जानकारी देनी होगी।
  • परीक्षा दें: भर्ती प्रक्रिया में परीक्षा शामिल होगी। यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ हो सकती है जिसमें लिखित परीक्षा और/या साक्षात्कार शामिल हो सकता है।
  • चयन: परीक्षा के परिणाम के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाता है। चयन प्रक्रिया के बाद, आपको अधिसूचित किया जाता है कि आपने ASO पद प्राप्त कर लिया है।
  • इसके अलावा, आपको सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए आवश्यकतानुसार अन्य फॉर्मलिटीज भी पूरी करनी हो सकती हैं जैसे कि डॉक्यूमेंटेशन, शारीरिक मेडिकल चेकअप, और अन्य प्रमुख नौकरी शर्तें।

ASO के कार्य एवं जिम्मेदारियां

ASO यह सरकारी नौकरी में एक पद होता है। ASO के कार्य और जिम्मेदारियां निम्नलिखित हो सकती हैं:

ASO (Assistant Section Officer) के कार्य संबंधित होते हैं विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों में। यहाँ कुछ मुख्य कार्यों की सूची दी गई है:

ASO यह सरकारी नौकरी में एक पद होता है। ASO के कार्य और जिम्मेदारियां निम्नलिखित हो सकती हैं:

  1. फ़ाइल प्रबंधन: डाक-तहत कार्य, दस्तावेज़ प्रसंस्करण, और फ़ाइलों का प्रबंधन करना।
  2. सामान्य प्रशासनिक कार्य: सरकारी कार्यालय के विभिन्न प्रशासनिक कार्यों में सहायकता प्रदान करना।
  3. डेटा एंट्री और इनपुट: विभिन्न प्रकार के डेटा को संग्रहित करना और उसे सही ढंग से एंटर करना
  4. संवाद: अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच संवाद संभालना
  5. सांविधिक कार्य: नए संविधानिक और प्रशसनिक निर्णयों का पालन करना।
  6. समीक्षा और अनुशासन: संशोधित और पुनः समीक्षित करने के लिए दस्तावेज़ और अन्य विवादास्पद मुद्दों पर काम करना।
  7. स्थानीय प्रशासन: विभिन्न प्रशासनिक कार्यों में स्थानीय स्तर पर सहायता प्रदान करना।

इन कार्यों के माध्यम से ASO उनके विभाग या कार्यालय के सामान्य प्रशासनिक और कार्यात्मक कार्यों में सहायता प्रदान करते हैं।

जिम्मेदारियां: ASO की मुख्य जिम्मेदारी सहायक स्तर पर कार्य को सुचारू और सुगम बनाए रखना होती है। इसमें विभागीय कार्य को नियंत्रित करना, अधिकारियों का समर्थन करना, और अन्य सरकारी कार्यों को संचालित करना शामिल हो सकता है। यह पद विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों में हो सकता है, और इसकी संविदानिक और प्रशासनिक जिम्मेदारियां उस संस्थान के नियमों और आदेशों के अनुसार होती हैं।

ASO की सैलरी कितनी होती है?

ASO (Assistant Section Officer) की सैलरी भारतीय सरकार के संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा तय की जाती है। इसका 7वें वेतन के अनुसार 44,900 रूपये से 1,42,000  के बिच होता है | उन्होंने जो पदवी हासिल की है, उसके अनुसार सैलरी तय की जाती है। इसमे वेतन में भत्ते, भत्ते की समायोजन योजना, ग्रेड पे, डियर एलाउंस, हाउस रेंट एलाउंस, ट्रांसपोर्ट एलाउंस और अन्य भत्ते शामिल होते हैं।

ASO बनने के फायदे

SSC CGL (स्टाफ सेलेक्शन कमीशन – कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) परीक्षा के माध्यम से ASO (असिस्टेंट     सेक्शन ऑफिसर) के पद पर नियुक्त होने के फायदे निम्नलिखित हैं:

  • स्थिर करियर: ASO एक स्थिर और सुरक्षित सरकारी नौकरी है, जो लंबे समय तक रोजगार की गारंटी देती है।
  • अच्छी सैलरी और भत्ते: ASO के पद पर नियुक्ति के बाद आपको सरकारी वेतनमान और विभिन्न भत्ते मिलते हैं, जो प्राइवेट सेक्टर की तुलना में काफी आकर्षक हो सकते हैं।
  • कैरियर विकास के अवसर: ASO के पद से आप विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में काम कर सकते हैं, जिससे कैरियर में विकास और प्रमोशन की संभावनाएँ होती हैं।
  • सामाजिक सम्मान: नौकरी होने के कारण समाज में एक प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त होता है, और यह एक सम्मानित पेशा माना जाता है।
  • सामाजिक सुरक्षा: सरकारी नौकरी के साथ स्वास्थ्य बीमा, पेंशन योजना, और अन्य लाभ मिलते हैं, जो सामाजिक सुरक्षा प्रदान करते हैं।
  • काम का संतुलन: सरकारी नौकरियों में अक्सर काम के घंटे प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों की तुलना में अधिक नियमित और आरामदायक होते हैं।
  • सर्विस में स्थिरता: सरकारी नौकरी में नौकरी की स्थिरता और सुरक्षा की अधिक संभावना होती है, और इसमें नौकरी खोने का जोखिम कम होता है।
  • सरकारी योजनाओं का लाभ: सरकारी कर्मचारियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ मिलता है, जैसे कि यात्रा भत्ता, हाउस रेंट अलाउंस, आदि।

इन फायदों के चलते ASO का पद एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो स्थिरता और सरकारी सेवाओं के लाभ को प्राथमिकता देते हैं।

इस प्रकार, ASO बनने का महत्व न केवल व्यक्तिगत करियर की उन्नति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज और सरकारी तंत्र में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।



 

Author

  • Preeti S

    Preeti is a graduate who works with students and helps them guide with their career after their primary and secondary education. She writes on www.smartstudentlife.com on various topics related to education, jobs, career and government schemes.

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