CHO कैसे बने? CHO ka Full form, योग्यता, कार्य, वेतन

भारत में कई ऐसे पेशे या व्यवसाय हैं जिनका कारण एक आम आदमी के जीवन पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ता है। केवल एक व्यक्ति मात्र के जीवन पर नहीं बालक पूरे समाज को ऐसे जीवन प्रदान करता है एक अच्छा जीवन प्रदान करने की क्षमता रखते है।

ऐसा ही एक पेशा होता है CHO का, आइए इश्स लेख के माध्यम से हम इश्स व्यवसाय के बारे में और विस्तृत में जानकारी प्राप्त करें।  इस लेख में हम जानेंगे CHO ka full form, CHO कैसे बने?, CHO बनने के लिए योग्यता, कार्य, वेतन और अन्य बातें ।

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CHO ka Full Form

CHO ka full form होता है कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (Community Health Officer)। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर बनना एक महत्वपूर्ण और समाज सेवा केंद्रित क्षेत्र है। यह न केवल स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्र में योगदान करता है, बल्कि समुदाय की स्वास्थ्य और हैल्थ केयर सेवाओं को सुधारने में भी मदद करता है। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर बनने के लिए उपयुक्त शैक्षिक योग्यता, ज्ञान, और समझ आवश्यक होती है। इस लेख में हम इसे कैसे प्राप्त कर सकते हैं और इस भावनात्मक और पेशेवर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं, इस पर चर्चा करेंगे। 

CHO क्या होता है ?

  • कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर -Community Health Officer या CHO जिसे हिंदी में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कहते हैं जो एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ होता है और जो निर्देशित स्वास्थ्य सेवाओं को समुचित करने का कार्य करता है। यह पद विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों और सरकारी विभागों में पाया जाता है। एक स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र (health and wellness center) का हेड CHO ही होता है|
  • कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (Community Health Officer) की पहली भर्ती भारत में उत्तर प्रदेश राज्य में 2019 में शुरू हुई थी। यह पद उन स्नातक छात्रों के लिए शुरू किया गया था जो गांवों और छोटे शहरों में कम्युनिटी स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए कार्य करना चाहते हैं |

CHO बनने के लिए शैक्षिक योग्यताएं

  • 10+2 पास करें उम्मीदवार विद्यार्थी साइंस सब्जेक्ट से 12वीं कक्षा पास करना पड़ेगा जिसमें बायोलॉजी सब्जेक्ट शामिल होता हैI
  • स्नातक की डिग्री: कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर बनने के लिए अभ्यर्थी को स्वास्थ्य विज्ञान में डिग्री होनी चाहिए जैसे:
    •  B.Sc. nursing के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य का प्रमाण पत्र (CCH) या
    •  पोस्ट (बेसिक ) B.Sc. nursing के साथ CCH होना चाहिए | या
    •  GNM Nursing कोर्स /BAMS कोर्स के साथ आपके पास CCH होना चाहिए |
  • CCH मतलब certificate of community health (सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए प्रमाण पत्र) यह 7 से 10 महीने का प्रमाण पत्र कोर्स होता है जो किसी भी प्राइवेट या सरकारी संस्थान से कर सकते हैं CCH कोर्स की फीस 9,000 से 15000 सारकारी संस्थान एवं प्राइवेट संस्थान में 15, 000 से 20,000 एक साल के लिए लगता है |
  • स्नातक डिग्री + CCH के साथ आप कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के एग्जाम के लिए पात्र होंगे | 
  • उम्र सीमा: एक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार की उम्र 21 से 35 वर्ष के बीच होने चाहिए पर जाति वर्ग के आधार पर यहां पर ओबीसी के लिए दो वर्ष तथा SC/ST के लिए 5 वर्ष की अतिरिक्त छूट मिलती है | राज्य क्षेत्र के साथ-साथ इनमें बदलाव होते रहते हैं इसलिए आप अपने राज्य के अनुसार इसके ऑफिशल वेबसाइट पर सटीक जानकारी प्राप्त करें |
  • कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की परीक्षा पास करें: शैक्षिक योगयता को पूरा करने के बाद विभिन्न विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रम के संचालन के लिए अभ्यर्थियों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ( NHM ) के द्वारा हर साल कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर (CHO) के पद के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं | इस परीक्षा को अभ्यर्थी उत्तीर्ण करके सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी बन सकते हैं|

CHO परीक्षा के पाठ्यक्रम व सिलेबस

CHO परीक्षा का सिलेबस आमतौर पर राज्य स्वास्थ्य समिति या आयुष विभाग द्वारा तय किया जाता है। यह परीक्षा विभिन्न विषयों पर आधारित होती है जैसे कि सामान्य अनातोमी, प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेदिक पद्धति, रोग विज्ञान, आहार विज्ञान, सामाजिक और व्यक्तिगत चिकित्सा विज्ञान, सामान्य चिकित्सा, बाल रोग, मातृ और शिशु स्वास्थ्य, इत्यादि।आपको सिलेबस के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या आयुष्मान भारत विभाग की वेबसाइट पर जांच करना चाहिए।

A: Subjects (CHO)

  1. Anatomy: स्वास्थ्य देखभाल अभ्यास के लिए प्रासंगिक सामान्य शरीर रचना विज्ञान
  2. Physiology:मानव शरीर के बुनियादी शारीरिक कार्य।
  3. Biochemistry:बुनियादी जैव रासायनिक अवधारणाएँ और स्वास्थ्य और बीमारी के लिए उनकी प्रासंगिकता।
  4. Pathology:सामान्य रोगों से संबंधित सामान्य विकृति विज्ञान।
  5. Microbiology:बुनियादी सूक्ष्म जीव विज्ञान और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए इसकी प्रासंगिकता।
  6. Pharmacology: फार्माकोलॉजी और आवश्यक दवाओं के सिद्धांत।
  7. Community Medicine:महामारी विज्ञान, जैव सांख्यिकी और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन के सिद्धांत।
  8. Nutrition: पोषण और आहार विज्ञान की मूल बातें।
  9. Maternal and Child Health:मातृ एवं शिशु देखभाल से संबंधित स्वास्थ्य मुद्दे।
  10. Communicable Diseases: Prevention,  संचारी रोगों की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन।
  11. Non-communicable Diseases:सामान्य गैर-संचारी रोग और उनका प्रबंधन।
  12. Health Education and Communication:समुदायों में स्वास्थ्य शिक्षा और संचार के लिए तरीके और रणनीतियाँ।

B: General aptitude, reasoning, general knowledge

CHO परीक्षा प्रणाली और चयन प्रक्रिया

Exam pattern CHO परीक्षा बहुविकल्पीय प्रश्न पर आधारित होता है जिसमें 100 प्रश्न होते हैं| जिसमें से 80 प्रश्न को CHO के सब्जेक्ट से होता है तथा 20 प्रश्नो में सामान्य ज्ञान, रीजनिंग तथा जनरल एप्टीट्यूड के सब्जेक्ट से होते है|

Selection process – CHO पद के लिए अभ्यर्थियों का चयन प्रक्रिया में परीक्षा को पास करने के बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होता है| डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में आपके शैक्षिक प्रमाण पत्र जैसे 10वीं कक्षा तथा 12वीं कक्षा के प्रमाण के पत्र, स्नातक डिग्री का प्रमाणपत्र, और CCH के प्रमाण पत्र, आपका आईडी प्रूफ की जांच होती है जांच प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद इसक आपको ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है|

 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की ट्रेनिंग

सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की ट्रेनिंग विभिन्न स्तरों पर होती है, जिसमें निम्नलिखित मुख्य तत्व शामिल होते हैं:

  • शिक्षा और योग्यता: सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी बनने के लिए उच्च शिक्षा (डिग्री) की आवश्यकता होती है, जैसे कि सामाजिक कार्य, सामुदायिक स्वास्थ्य, या सामुदायिक विकास|
  • प्रशिक्षण और कार्यअनुभव: ट्रेनिंग के दौरान, अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न पहलुओं को समझते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य जागरूकता, रोगनियंत्रण, जनसंख्या की स्वास्थ्य, और जीवनशैली बदलाव|
  • कौशल विकास: उन्हें समुदाय के लोगों के साथ संवाद करने और सहयोग करने के लिए कौशल विकसित करने की जरूरत होती है, ताकि वे स्वास्थ्य सेवाओं को समझ सकें और सही समय पर पहुंचा सकें.
  • विशेष प्रकार की ट्रेनिंग: कुछ स्थानीय या राष्ट्रीय स्तर पर, विशेष विषयों पर विशेषाधिकारियों की ट्रेनिंग होती है, जैसे कि जलस्वास्थ्य, मातृ एवं बाल स्वास्थ्य, या सामाजिक न्यायI
  • प्रबंधन और संगठन: सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को संगठनित तरीके से काम करने की जानकारी भी दी जाती है, जैसे कि बजट प्रबंधन, रिपोर्टिंग, और सामुदायिक संगठनों के साथ काम.
  • इस प्रकार, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की ट्रेनिंग सामुदायिक स्वास्थ्य की विभिन्न पहलुओं को समझने और समुदाय के लोगों की सेवा में सक्षम होने के लिए डिज़ाइन की जाती हैI

कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) के मुख्य कार्य

कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के मुख्य कार्य निम्नलिखित है:

  • सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंधन: ये ऑफिसर स्वास्थ्य सेवाओं को स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों तक पहुँचाने और उनके प्रबंधन की जिम्मेदारी उठाते हैं।
  • जागरूकता और शिक्षा: वे अपने क्षेत्र में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं, जैसे बिमारियों के प्रति जागरूकता, जनसंख्या नियंत्रण, मातृ और शिशु स्वास्थ्य आदि।
  • स्वास्थ्य समस्याओं का संशोधन: वे स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए स्थानीय स्तर पर नीतियों को अनुसरण करते हैं और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करते हैं।
  • डेटा संग्रह और विश्लेषण: CHO गांवों कसबो में जाकर जनस्वास्थ्य सर्वे और डेटा कलेक्शन का प्रबंधन करते हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की व्यावस्था में सुधार हो सके।
  • संचार और संगठनात्मक कार्य: वे समुदाय के साथ संवाद स्थापित करते हैं और स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय के व्यापक सहयोग से सुधारते हैं।

कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर एक संबलित स्वास्थ्य प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण होते हैं और समुदाय के स्वास्थ्य को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

CHO की सैलरी

कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की वेतन स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर भिन्न हो सकती है, और इसमें कई कारकों का प्रभाव होता है जैसे कि क्षेत्र, अनुभव, और सरकारी नौकरी होने की स्थिति। भारत में, एक प्रारंभिक स्तर पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की मासिक वेतन आमतौर पर 25,000 से 40,000 रुपये के बीच हो सकता है। CHO की सैलरी उनके समय के साथ कार्य के अनुभव के बढ़ने पर सैलरी बढ़ती जाती है | यह राज्य और संगठन के निर्देशों पर भी निर्भर करता है।

CHO सरकारी जॉब है या प्राइवेट ?

कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) का पद सरकारी संस्थानों में होता है। यह सरकारी नौकरी होती है और इसकी नियुक्ति सरकारी विभागों द्वारा की जाती है। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर समुदाय के स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने, जागरूकता बढ़ाने और बीमारियों से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

CHO कैसे बने? Cho बनने के लिए क्या करें?

CHO बनने के लिए आपको निम्नलिखित कदमों को पूरा करना होगा|

  • शैक्षणिक योग्यता: कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर बनने के लिए आपको सामान्यत: स्वास्थ्य विज्ञान या सामाजिक कार्य में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए जैसे की Bsc Nursing या GNM course। विभिन्न संस्थानों या राज्यों में इसकी योग्यता में भिन्नताएं हो सकती हैं, लेकिन यह अक्सर आवश्यक होती है।
  • तकनीकी प्रशिक्षण: कुछ क्षेत्रों में, विशेष तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि स्वास्थ्य समस्याओं के संबंधित डेटा एकत्र करने और विश्लेषण करने के लिए।
  • कार्य अनुभव: बहुत से काम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की पदों के लिए कार्य अनुभव की आवश्यकता होती है, इसलिए यह फायदेमंद हो सकता है कि आप इस क्षेत्र में स्टार्टिंग लेवल पदों से शुरू करें।
  • प्रमाणीकरण: कुछ संस्थान और राज्यों में, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर बनने के लिए विशेष प्रमाणीकरण या लाइसेंस आवश्यक हो सकता है जैसे CCH (certificate in community health) इसकी जांच करें और अपने क्षेत्र में योग्यता के लिए आवश्यक दस्तावेज सुनिश्चित करें।
  • संगठनात्मक क्षमता: कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर को अच्छी संगठनात्मक क्षमता, अच्छी समझ, और कम्युनिटी के साथ अच्छे संबंध बनाने की क्षमता होनी चाहिए।
  • नौकरी खोज: एक बार जब आपके पास उपर्युक्त योग्यताएं हों, तो आप सरकारी विभागों, स्वास्थ्य संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों या एनजीओजीएस (नॉन-गवर्नमेंटल ऑर्गनाइजेशंस) में अपने लिए उचित नौकरी खोज सकते हैं।

इन सभी कदमों को पूरा करने के बाद, आप एक सफल “कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर” बन सकते हैं। इसके अलावा, अपने क्षेत्र के स्थानीय विधायिका या सरकारी निकाय से अधिक जानकारी प्राप्त करना भी उपयुक्त हो सकता है।

Q&A

Q: CHO बनने के लिए कौन से डिग्री लेनी पड़ेगी?

Ans: बीएससी नर्सिंग /पोस्ट बेसिक नर्सिंग /GNM/ BAMS के साथ CCH

Q: CHO की भर्ती कब होती है?

 Ans: CHO की वैकेंसी हर साल आती है आयुष्मान भारत के ऑफिसियल वेबसाइट पर चेक करके परीक्षा की डेट पता कर एग्जाम को पास करने के बाद भर्ती होती हैI

Q: CHO की सैलरी कितनी होती है?

 Ans: CHO की सैलरी शुरुआती दौर में 15,000 से 20,000 ₹ प्रतिमाह होती हैं साथ ही आपके कार्य के अनुसार प्रोत्साहन के रूप में 15,000 ₹  भुगतान किया जाता है|


 


 

Author

  • Preeti S

    Preeti is a graduate who works with students and helps them guide with their career after their primary and secondary education. She writes on www.smartstudentlife.com on various topics related to education, jobs, career and government schemes.

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