पोस्ट ग्रेजुएशन क्या होता है? सम्पूर्ण और विस्तृत जानकारी!

पोस्ट ग्रेजुएशन, जिसे हिंदी में ‘उच्चतर अध्यन’अथवा स्नातकोत्तर भी कहा जाता है, एक विशेष स्तर की शिक्षा है जो विशेषज्ञता और विशेषज्ञ प्रशिक्षण प्रदान करती है। यह उन छात्रों के लिए होता है जिन्होंने अपनी स्नातक (Graduation) की पढ़ाई पूरी की है और अब उन्हें अपने क्षेत्र में गहराई से जानकारी प्राप्त करनी है। आइये इस हम इस लेख  पढ़ते है जिसमें पोस्ट ग्रेजुएशन की सारी जानकारी प्रयुक्त हैI

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Table of Contents

पोस्ट ग्रेजुएशन क्या होता है?

पोस्ट ग्रेजुएशन (Post Graduation) वह शिक्षा होती है जो किसी विद्यालय या विश्वविद्यालय में स्नातक के बाद की जाती है। इसमें छात्र किसी विशेष विषय में अध्ययन करते हैं और उस विषय में अधिक गहराई से ज्ञान प्राप्त करते हैं। यह उन विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त होता है जो अपने करियर में एक विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करना चाहते हैं।

पोस्ट ग्रेजुएशन करने के उदेश्य

पोस्ट ग्रेजुएशन करने के कई उदेश्य हो सकते हैं, जैसे

  • विशेषज्ञता प्राप्त करना: यह उदेश्य सबसे प्रमुख होता है, जहां छात्र अपने चयनित क्षेत्र में गहराई से अध्ययन करके विशेषज्ञता प्राप्त करते हैं।
  • करियर और वेतनमान में वृद्धि: पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री के प्राप्त होने से करियर में आगे की पढ़ाई के अवसर बढ़ सकते हैं और वेतनमान में वृद्धि हो सकती है।
  • अनुसंधान और विकास: अध्ययन के दौरान अनुसंधान करने और नए विकल्पों को अवलोकन करने का अवसर मिलता है।
  • नेटवर्किंग: विभिन्न पेशेवर और अकादमिक संगठनों से जुड़ने का मौका मिलता है, जो आगामी करियर के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
  • स्वायत्तता: कुछ लोग अपनी रुचियों और पसंदों के अनुसार विषय में अध्ययन करते हैं, जिससे उन्हें अपनी शैली में अध्ययन करने का अवसर मिलता है।

इन उद्देश्यों के साथ-साथ, पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने से छात्रों का आत्मविश्वास और ज्ञान में वृद्धि होती है, जो उनके व्यक्तिगत और पेशेवर विकास में मदद करती है।

पोस्ट ग्रेजुएशन कितने प्रकार का होता है?

पोस्ट ग्रेजुएशन (Post Graduation) कई प्रकार की हो सकती हैं, जो निम्नलिखित हैं:

1.मास्टर्स (Masters):

यह सबसे सामान्य प्रकार की पोस्ट ग्रेजुएशन है, जिसमें छात्र अपने चयनित विषय में गहराई से अध्ययन करते हैं। इसमें M.A. (Master of Arts),M.Sc. (Master of Science) , M.Com. (Master of Commerce), M.Tech. (Master of Technology) आदि शामिल होते हैं। इसकी अवधि आमतौर पर दो से तीन साल की होती है।

  1. M A (Master of Arts): इसमें आप विशेष क्षेत्र में अध्ययन करते हैं, जैसे कि सामाजिक विज्ञान, भाषा, साहित्य, इतिहास, आदि।
  2. M Sc. (Master of Science): यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अध्ययन करने के लिए होता है, जैसे कि गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, आदि
  3. M Tech. (Master of Technology): यह इंजीनियरिंग विज्ञान के क्षेत्र में अध्ययन के लिए होता है और विभिन्न शाखाओं में उपलब्ध होता है, जैसे कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, आदि।
  4. M Com. (Master of Commerce): इसमें व्यापार, वित्त, अर्थशास्त्र और संबंधित क्षेत्रों में अध्ययन किया जाता है।

2.डॉक्टरेट (Doctorate):

इसमें छात्रों को उनके विषय में विशेष अध्ययन करने का मौका मिलता है और विशेषज्ञता हासिल करने के लिए तैयारी कराई जाती है। इसमें Ph.D. (Doctor of Philosophy) और अन्य विशेष डिग्रीज शामिल होती हैं।

  • PhD. (Doctor of Philosophy): एक उच्चतम शिक्षा डिग्री होती है जो विशेष क्षेत्र में अग्रगामी अनुसंधान पर केंद्रित होती है। PhD की अवधि विशेषता क्षेत्र और देश के शैक्षणिक नियमों पर निर्भर करती है, लेकिन सामान्यतः यह 3 से 5 वर्षों का कोर्स होता है। यह उन छात्रों के लिए होता है जो पहले से ही अपने चयनित विषय में उच्च स्तरीय अध्ययन कर रहे होते हैं और विशेषज्ञता प्राप्त करने के इरादे से और अनुसंधान में अपनी प्रवृत्ति को विकसित करने के लिए इसे करते हैं।

3.पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (Post Graduate Diploma):

यह एक संक्षिप्त समयकालिक प्रोग्राम होता है जिसमें छात्र किसी विशेष क्षेत्र में अध्ययन करते हैं और उस क्षेत्र में अच्छी प्रकार से तैयार होते हैं। PG Diploma के कोर्स की फीस अधिकतम डिग्री पाठ्यक्रमों के मुकाबले कम होती है। ये कोर्स सामान्यतः 1 से 2 वर्षों के होते हैं और उनमें विशेषता विषय के प्रकार के अनुसार पढ़ाई की जाती है।

4.पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट (Post Graduate Certificate):

यह भी एक संक्षिप्त प्रोग्राम होता है जिसमें छात्र किसी विशेष विषय में अध्ययन करते हैं लेकिन इसकी अवधि पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा से कम होती है। यह कोर्स कुछ महीनो से लेकर एक साल तक होता है

  • पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट कोर्स इन मानव संसाधन मैनेजमेंट (PGCHRM): यह कोर्स मानव संसाधन प्रबंधन में विशेषज्ञता प्रदान करता है।
  • पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट कोर्स इन फाइनेंस (PGCF): यह कोर्स वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में गहरा ज्ञान प्रदान करता है।
  • पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट कोर्स इन डिजाइन (PGCD): यह कोर्स विभिन्न डिजाइन क्षेत्रों में क्रिएटिव और तकनीकी कौशल प्रदान करता है।
  • पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट कोर्स इन डाटा साइंस (PGCDS): यह कोर्स डेटा साइंस और एनालिटिक्स के क्षेत्र में विशेषज्ञता

पोस्ट ग्रेजुएशन करने के फायदे

पोस्ट ग्रेजुएशन करने के कई फायदे हो सकते हैं, जैसे:

  • विशेषज्ञता और विशेषज्ञता का विकास: यह आपको अपने क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने में मदद करता है और आपको उन्नत स्तर की जानकारी प्राप्त करने का मौका देता है।
  • करियर के अवसरों में वृद्धि: अधिकांश पेशेवर क्षेत्रों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री की मांग होती है और इससे आपके लिए नौकरी के अवसर बढ़ते हैं।
  • अध्ययन में अग्रणी संस्थानों में प्रवेश: श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों या संस्थानों से पढ़ाई करने का मौका मिलता है, जिससे आपके शिक्षार्थी जीवन की गुणवत्ता और मान्यता में सुधार होता है।
  • सामाजिक और व्यक्तिगत विकास: इसके अलावा, यह आपके सामाजिक और व्यक्तिगत विकास को भी बढ़ावा देता है, क्योंकि यह आपको नए लोगों से मिलावट करने और अपने विचारों को विस्तारित करने का मौका देता हैI

पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद क्या करें ?

पोस्ट-ग्रेजुएशन के बाद आप कई विकल्पों को विचार कर सकते हैं जो आपकी रुचियों, करियर लक्ष्यों और विद्यालय की पेशेवर तैयारी के अनुसार निर्धारित हो सकते हैं। यहां कुछ सामान्य विकल्प दिए गए हैं:

  1. उच्चतर अध्ययन (Higher Studies): अधिकांश छात्र अपनी शिक्षा को और अधिक महत्वपूर्ण बनाने के लिए उच्चतर अध्ययन करना चाहते हैं। इसमें एमए, एमएससी, एमबीए, डॉक्टरेट जैसे पढ़ाई करने के विकल्प शामिल हो सकते हैं।
  2. नौकरी (Job): कई छात्र अपनी प्रोफेशनल करियर की शुरुआत करते हैं और अपने विषय के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में नौकरियां ढूंढते हैं।
  3. व्यावसायिक प्रशिक्षण (Professional Training): कुछ विशेष क्षेत्रों में, व्यावसायिक प्रशिक्षण और प्रमाणीकरण प्राप्त करना आपकी पेशेवर ग्रोथ के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
  4. उद्यम (Entrepreneurship): कुछ छात्र अपने उद्यमी अवसरों को खोजते हैं और व्यापारिक दुनिया में अपना स्थान बनाने का सपना देखते हैं

पोस्ट ग्रेजुएशन में कौन से कोर्सेज होते है ?

पोस्ट ग्रेजुएशन लिस्ट विभाग के अनुसार

विज्ञान (Science):

  • एमएससी(MSc.)/ एमएस: जैसे कि फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, इत्यादि से कर सकते हैं।
  • डॉक्टरेट (पीएचडी): शोध के लिए डॉक्टरेट प्रोग्राम्स।

कला और मानविकी (Arts and Humanities):

  • एमए / एमफिल (MA/MPhil): जैसे कि इतिहास, अंतरराष्ट्रीय संबंध, साहित्य, आदि।
  • पीएचडी: शोध पर आधारित डॉक्टरेट प्रोग्राम्स।

व्यावसायिक और प्रबंधन (Business and Management):

  • एमबीए / एमएससी / एमएम (MBA/MSc/MM) : जैसे कि वित्त, मार्केटिंग, उद्यमिता, संगठन व्यवस्था, आदि।

इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी (Engineering and Technology):

  • एमटेक / एमए (M Tech): जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर विज्ञान, स्थानिकी, आदि।
  • पीएचडी: विशेष शोध के लिए डॉक्टरेट प्रोग्राम्स।

सामाजिक और स्वास्थ्य विज्ञान (Social and Health Sciences):

  • एमएसडब्ल्यू/ एमए ((MSW)/PMA): जैसे कि सामाजिक कार्य, स्वास्थ्य प्रशासन, सामाजिक विज्ञान, आदि।
  • पीएचडी: शोध के लिए डॉक्टरेट प्रोग्राम्स।

यहाँ दी गई सूची में विभागों के अनुसार कुछ प्रमुख पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज हैं। इनमें से कोई भी विभाग आपकी रुचियों और करियर लक्ष्यों के अनुसार चुन सकते हैं।

यदि आप PG (पोस्ट ग्रेजुएशन) कोर्सेज के नाम जानना चाहते हैं, तो यहाँ कुछ प्रमुख PG कोर्सेज की सूची है:

  • एमए (Master of Arts)
  • एमएससी (Master of Science)
  • एमबीए (Master of Business Administration)
  • एमटेक (Master of Technology)
  • एमडी (Master of Laws)
  • एमएम (Master of Management)
  • एमडब्ल्यू (Master of Social Work)
  • एमएसडब्ल्यू (Master of Public Health)
  • एमएन (Master of Engineering)
  • एमफिल (Master of Philosophy)

ये कुछ प्रमुख PG कोर्सेज हैं, जो विभिन्न विषयों में उपलब्ध होते हैं। आपकी रुचियों और करियर लक्ष्यों के अनुसार आप इनमें से किसी को चुन सकते हैं:

PG डिप्लोमा कोर्सेज के कुछ प्रमुख नाम निम्नलिखित हैं:

  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा (PG Diploma)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट (PG Certificate)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (PGDM – Post Graduate Diploma in Management)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (PGDHRM – Post Graduate Diploma in Human Resource Management)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (PGDIT – Post Graduate Diploma in Information Technology)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन फाइनेंस (PGDF – Post Graduate Diploma in Finance)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन मार्केटिंग (PGDMKT – Post Graduate Diploma in Marketing)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी (PGDCS – Post Graduate Diploma in Cyber Security)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन जर्नलिज्म (PGDJ – Post Graduate Diploma in Journalism)
  • पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन (PGDMC – Post Graduate Diploma in Mass Communication)

ये थे कुछ उदाहरण PG डिप्लोमा कोर्सेज के नामों की। इनमें से चुनने से पहले आपको अपने क्षेत्र में विशिष्ट रुचियां और करियर लक्ष्यों को ध्यान में रखना चाहिए।

पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद सरकारी जॉब विकल्प

पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद भारत में कई सरकारी नौकरियों के विकल्प होते हैं। यहां कुछ प्रमुख सरकारी नौकरियों की सूची है:

  • भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS/IPS/IFS): यह भारतीय सिविल सेवा की सबसे प्रतिष्ठित पदों में से है।
  • भारतीय विदेश सेवा (IFS): विदेश में भारतीय दूतावासों में भर्ती होते हैं।
  • राज्य पब्लिक सेवा (State PSCs): राज्य सरकारों में विभिन्न प्रशासनिक नौकरियां होती हैं।
  • रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB): रेलवे में विभिन्न पदों के लिए भर्ती होती है।
  • बैंक PO/क्लर्क: बैंकों में प्रबंधन अधिकारी और क्लर्क के पदों के लिए परीक्षाएं होती हैं।
  • केंद्रीय सरकारी नौकरियां (SSC, UPSC): संघ की विभिन्न नौकरियों के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं।
  • शिक्षा विभाग (UGC NET, Teaching Jobs): कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के पदों के लिए भर्ती होती है।
  • वैज्ञानिक और अनुसंधान संगठन (CSIR, DRDO): वैज्ञानिक और अनुसंधान क्षेत्र में विभिन्न पदों के लिए भर्ती होती है।

ये केवल कुछ उदाहरण हैं। आपके अनुसार शिक्षा और क्षेत्र के आधार पर अन्य सरकारी नौकरियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद प्राइवेट जॉब विकल्प

पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद, छात्रों के पास कई प्राइवेट जॉब विकल्प होते हैं जो उन्हें उनके शिक्षा और कौशल के आधार पर चुनने का मौका देते हैं। कुछ प्रमुख विकल्प निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • कॉर्पोरेट सेक्टर: बड़ी कंपनियों में मास्टर्स या डॉक्टरेट धारकों के लिए विभिन्न रोल जैसे कि मार्केटिंग, वित्त, प्रबंधन, आईटी, इत्यादि में नौकरियां होती हैं।
  • शिक्षण: उच्चतर शिक्षा या प्राइमरी-सेकेंडरी स्तर पर शिक्षक या प्रोफेसर की नौकरियां।
  • अनुसंधान और विकास: संस्थानों, विश्वविद्यालयों, या विभिन्न संगठनों में अनुसंधान या विकास कार्य।
  • स्वतंत्र उद्यम: व्यापारिक उद्योग, स्वतंत्र व्यवसाय, आर्थिक सलाहकारी सेवाएं, उद्योग के अन्य क्षेत्रों में नौकरियां।
  • कंसल्टेंसी: विशेषज्ञ सलाहकार, उत्पादन विकास, प्रबंधन या वित्तीय सलाहकारी के रूप में।

PG कोर्स और उनके फीस

PG कोर्स का मतलब पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स होता है, जिसे मास्टर्स डिग्री भी कहते हैं। इसमें विभिन्न विषयों में मास्टर्स डिग्री प्राप्त करने का विकल्प होता है। PG कोर्स्स की फीस विशेष विषय और कोर्स के अनुसार भिन्न होती है। यह फीस विश्वविद्यालय और देश के अनुसार भी भिन्न होती है। आमतौर पर, PG कोर्स्स की फीस कुछ लाख रुपये से शुरू होकर कई लाख रुपये तक हो सकती है

PG कोर्सेज के नाम और उनकी फीस विभिन्न विश्वविद्यालयों और देशों में भिन्न होती हैं। यहां कुछ प्रमुख PG कोर्सेज के उदाहरण हैं और उनकी आमतौर पर फीस के बारे में बताया गया है:

कोर्सेज के नाम

फीस

Master of Business Administration (MBA): इसकी फीस आमतौर पर यह कोर्स लाखों रुपये में होता है। यह विश्वविद्यालय और कोर्स के प्रकार पर भी निर्भर करता है, उदाहरण के तौर पे, IIM में MBA की फीस लगभग १० लाख रूपये सालाना होती है |

 

Master of Science (M.Sc.) M.Sc. की फीस भी विभिन्न होती यह लगभग 10,000से 50,000 तक सलाना है। इसमें विज्ञान, गणित, प्रौद्योगिकी, आदि विषयों में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की जा सकती है।

 

Master of Arts (M.A.) M.A. की फीस (INR 10,000 – INR 80,000 सालाना ) विश्वविद्यालय के नियमानुसार भिन्न होती है। यह विभिन्न विषयों में उपलब्ध होता है जैसे कि इतिहास, अंग्रेज़ी, सामाजिक विज्ञान, आदि।
Master of Technology (M.Tech) M.Tech की फीस भी विशेष विश्वविद्यालय और शिक्षानुसार (50,000से 4लाख तक) अलग-अलग होती है। यह तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम होता है।
Master of Commerce (M.Com) M.Com की फीस 10,000से 1लाख तक प्रति सलाना हो सकती है Iऔर यह व्यापार और वित्त संबंधी विषयों में मास्टर्स पाठ्यक्रम होता है।

 

ये सभी कोर्सेज विभिन्न विषयों में प्राप्त की जा सकती हैं और उनकी फीस सरकारी कम व निजी संस्थानों में अपेक्षाकृत ज्यादा व भिन्न-भिन्न होती है, इसलिए आपको अपने इच्छित विश्वविद्यालय या संस्थान से संपर्क करके उनकी विशेष फीस की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

पीजी कोर्स के लिए यूनिवर्सिटीज

भारत में पोस्ट ग्रेजुएट (PG) कोर्सेस के लिए कई शिख्यात विश्वविद्यालय हैं जो विभिन्न विषयों में अच्छे प्रोग्राम्स प्रदान करते हैं।

  • Indian Institute of Technology (IIT) – विभिन्न विषयों में एमटेक, एमएस, एमबीए, डॉक्टरेट प्रोग्राम्स प्रदान करता है।
  • Indian Institute of Management (IIM) – प्रबंधन में उच्च स्तरीय प्रोग्राम्स प्रदान करता है।
  • Jawaharlal Nehru University (JNU)– सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, मानविकी, भाषा, साहित्य, आदि में विभिन्न पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम्स हैं।
  • University of Delhi (DU) – विभिन्न स्नातकोत्तर (PG) पाठ्यक्रमों की विविधता के लिए जाना जाता है।
  • Banaras Hindu University (BHU) – कला, विज्ञान, प्रबंधन, आदि में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेस प्रदान करता है।
  • जमिया मिलिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) – इंजीनियरिंग, प्रबंधन, दर्शन, सामाजिक विज्ञान, आदि में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेस हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  1. पोस्ट ग्रेजुएशन कितने साल का होता है?पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) के कोर्सेज भिन्न भिन्न प्रकार के होते है इसलिए PG के कोर्सेज आमतौर पे २ साल के होते है लेकिन कई कोर्सेज १ साल या ३ साल के भी हो सकते है |
  2. ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट में क्या अंतर है?ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट में कई अंतर होते है, जिसमें सबसे बड़ा अंतर है की ग्रेजुएट १२ वि कक्षा के बाद किया जाता है लेकिन पोस्ट ग्रेजुएट करने के लिए आप को कम से कम ग्रेजुएट होना चाहिए, दूसरा बड़ा अंतर होते है दोनों की अवधि, जहाँ ग्रेजुएट कोर्स ३ से ४ वर्ष का होते है वही पोस्ट ग्रेजुएट २-३ वर्ष का ही होते है |
  3. क्या 12वीं के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं?नहीं, १२ वि के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन नहीं कर सकते है, पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए आपको ग्रेजुएशन या स्नातक की डिग्री प्राप्त करना ज़रूरी है |
  4. पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कौन-कौन सी है?पोस्ट ग्रेजुएशन में कई डिग्रीयां होती है जिसमें सबसे आम डिग्री है MA, MSc, MCom MTech, MBA इत्यादि
  5. क्या पोस्ट ग्रेजुएशन मास्टर डिग्री है?
    हाँ, पोस्ट ग्रेजुएट को मास्टर्स डिग्री भी कहा जाता है | जैसे ग्रेजुएशन या ग्रेजुएट डिग्री को बैचलर्स कहा जाता है उसी प्रकार पोस्ट ग्रेजुएट या PG को मास्टर्स भी कहा जाता है |
  6. पोस्ट ग्रेजुएट का शॉर्ट फॉर्म क्या है?
    पोस्ट ग्रेजुएट का शार्ट फॉर्म  पीजी (PG) होते है |

  7. सबसे अच्छा पीजी कौन सा कोर्स है?
    पीजी के सारे कोर्सेज का अपना ही महत्व होते है, सबसे अच्छा कोर्स तो आपके रूचि और कौशलता पे निर्भर करता है, लेकिन हाँ कई टेक्निकल पग कोर्सेज का महत्व नौकरी के क्षेत्र में अक्सर ज़्यादा है क्यूंकि उसमें नौकरियां अधिक मात्रा में उपलब्ध होती है, जिसमें कुछ प्रमुख कोर्सेज है M Tech, Msc IT, MCA, MBA इत्यादि |

 


 

Author

  • Preeti S

    Preeti is a graduate who works with students and helps them guide with their career after their primary and secondary education. She writes on www.smartstudentlife.com on various topics related to education, jobs, career and government schemes.

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